Grafted Brinjal Cultivation Without Drip Irrigation

Cultivation of Grafted Brinjal and Tomato Without Drip Irrigation System

ड्रीप इर्रिगेशन क्या है? (What is drip irrigation?)

ड्रीप इर्रिगेशन (drip irrigation) आधुनिक खेती की एक तकनीक है, इसमें पाइप के माध्यम से प्रवाहित होने वाली जल के द्वारा आवश्यकता के अनुसार सिंचाई की जाती है।

मलचिंग (mulching) क्या है?

मलचिंग भी आधुनिक खेती की एक तकनीक है जिसमें भूमि या पौध बेड्स को मलचिंग मटेरियल्स के द्वारा आच्छादित किया जाता है। मल्च के बीचों-बीच छेद किया जाता है जिसमें पौध लगाया जाता है।

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यह पोस्ट इसलिए लिखा गया है, क्योंकि अधिकतर किसानों में यह अवधारणा होती है कि बिना ड्रीप और मलचिंग के ग्राफ्टिंग किये हुये टमाटर और बैंगन कि खेती नहीं की जा सकती है।

Can grafted brinjal and tomato be cultivated without drip and mulching?

क्या हम बैंगन के ग्राफ्टिंग किये हुए पौधों की खेती बिना ड्रिप सिंचाई के कर सकते हैँ या नहीं? वास्तव में ड्रिप सिंचाई खेती की आधुनिक तकनीक का एक पार्ट है. ड्रिप sysytem के इंस्टालेशन के बाद हमारी खेती efficient तरीके से होती है, जिसमें वाटर के Specific एप्लीकेशन की वजह से irrigation time management काफ़ी दक्षता से होती है और 90% तक जल की बचत हो जाती है, साथ ही वाटर के site एप्लीकेशन की वजह से excessive वीड की समस्या भी नहीं होती है।

वहीं जब हम flood विधि से इर्रिगेशन करते हैँ तो Excessive weed की समस्या आती है जो की लेबर cost बढाती है और टाइम भी काफी ज्यादा consume करती है, और जब हम ड्रिप system के साथ खेती में mulching का उपयोग करते हैँ तो weed की समस्या समाप्त हो जाती है, Insect मैनेजमेंट होता है और साथ ही soil मॉइस्चर भी conserve होता है।

ड्रिप system और mulching आधुनिक खेती को सरल बनती हैँ, इनके बिना ग्राफ्टिंग पौधों की खेती नहीं हो पाने से कोई सम्बन्ध नहीं होता. फर्क सिर्फ इतना है की बिना ड्रिप सिस्टम और mulching के खेती करने से हमें Cultivation Management Practice में अधिक कार्य करना पड़ता है।

महत्वपूर्ण बातें

अगर हमारे पास सिंचाई हेतु पर्याप्त जल उपलब्ध है तो ड्रीप सिंचाई व्यवस्था की आवश्यकता नहीं है।
सिंचाई हेतु पर्याप्त जल की कमी होने पर हमें ड्रीप सिंचाई की व्यवस्था करनी चाहिए।
प्लास्टिक मल्च महँगी होती है अतः हमें Organic mulch का उपयोग करना चाहिए।

Frequently Asked Questions

  1. Mulch के उदाहरण क्या हैँ?

Answer: Mulch निम्न प्रकार के होते हैं:

  • Plastic mulch: Gray and black
  • Organic mulch: Soil, creeper plant, paddy straw etc.

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  1. ग्राफ्टिंग वाले बैंगन के पौधों में कितने दिन के अंतराल पर सिंचाई की जानी चाहिए?

Answer: ग्राफ्टिंग वाले बैंगन के पौधों में ठण्ड के मौसम में 7 दिनों के अंतराल पर सिंचाई की जानी चाहिए वहीं गर्मी के मौसम में हर दूसरे दिन सिंचाई की जानी चाहिए।

  1. कौनसा मल्च सबसे अच्छा होता है?

Answer: खेती मौसम के हिसाब से निम्न मल्चों का चयन किया जाना चाहिए:

गर्मी के मौसम हेतु: सिल्वर या ग्रे रंग के मल्च उत्तम होते हैं।
ठण्ड के मौसम हेतु: काले रंग के मल्च उत्तम होते हैं।

  1. क्या ड्रीप सिंचाई से सम्बंधित कोई सरकारी योजना है?

Answer: राज्य सरकार के द्वारा उद्यान विभाग की ओर से ड्रीप सिंचाई की सुविधा दी जाती है। इस योजना में 50% से 70% तक अनुदान दी जाती है। यह योजना छोटे और बड़े दोनों ही वर्ग के किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से दी जाती है.

  1. क्या mulching से सम्बंधित कोई सरकारी योजना है?

Answer: राज्य सरकार के द्वारा उद्यान विभाग की ओर से मलचिंग योजना की सुविधा दी जाती है। इस योजना में 50% से 70% तक अनुदान दी जाती है। यह योजना छोटे और बड़े दोनों ही वर्ग के किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से दी जाती है.

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  1. ड्रीप नहीं होने पर सिंचाई की कौनसी विधि अच्छी होती है?

Answer: ड्रीप सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने पर इनमें से किसी एक विधि से सिंचाई करना सही होता है:

  • Sprinkler method
  • Ridge and furrow method
  • Flood method

Sprinkler विधि भी ड्रीप के समान ही खर्चीली होती है। Ridge और furrow विधि सिंचाई की अच्छी विधि मानी जाती है। Flood विधि में जल की अधिक हानि होती है।

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